UI फिल्म समीक्षा उपेंद्र की दार्शनिक प्रस्तुति
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रिलीज़
20 दिसंबर 2024 से यह फिल्म कन्नड़ के साथ हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषाओं में भी उपलब्ध है
निर्देशक और मुख्य कलाकार
निर्देशन: उपेंद्र
मुख्य भूमिकाएँ: उपेंद्र (सत्य और कल्कि), रेशमाननैया, मुरली शर्मा, अच्युत कुमार, पी.रवि शंकर
कहानी
फिल्म
एक काल्पनिक दुनिया
में घटित होती
है, जहां सत्य
(उपेंद्र) और कल्कि (उपेंद्र) मानवता
की अच्छाई और
बुराई को दर्शाते हैं।
सत्य सफेद वस्त्रों में
सच्चाई और नैतिकता का
प्रतीक है, जबकि
कल्कि काले वस्त्रों में
इसके विपरीत। फिल्म
मानवता और प्रकृति के
बीच के जटिल
संबंधों को उजागर करती
है।
समीक्षाएँ
- टाइम्स
ऑफ इंडिया: 3/5—फिल्म को आधुनिक समाज पर असामान्य
टिप्पणी बताया गया है। उपेंद्र की शैली की प्रशंसा, लेकिन कथा की जटिलता की आलोचना।
- 123तेलुगु:
2.5/5—फिल्म को दार्शनिक सामाजिक ड्रामा के रूप में सराहा, लेकिन इसे समझने में कठिन बताया।
तकनीकी पहलू
फिल्म
के दृश्य प्रभाव
(VFX) और
उत्पादन डिजाइन ने दर्शकों को
प्रभावित किया। अजनिश लोकनाथ
का संगीत फिल्म
के मूड के
साथ मेल खाता
है, लेकिन कुछ
समीक्षकों ने इसे अत्यधिक बताया।
निष्कर्ष
'UI' उपेंद्र की
विशिष्ट शैली में बनाई
गई एक दार्शनिक फिल्म
है। इसकी जटिल
कथा और विचार
सभी दर्शकों को
पसंद नहीं आ
सकते। यह फिल्म
उन लोगों के
लिए है जो
सामाजिक मुद्दों पर गहराई से
विचार करना पसंद
करते हैं।
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