शक्तिशाली भूकंप ने हिमालयी क्षेत्र को झकझोरा, 50 से अधिक लोगों की मौत.
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Earthquake |
तिब्बत, नेपाल और उत्तर भारत में व्यापक तबाही
एक विनाशकारी भूकंप ने
मंगलवार सुबह हिमालयी
क्षेत्र को झकझोर
दिया, जिससे तिब्बत,
नेपाल और उत्तर
भारत में भारी
तबाही मच गई। अब तक
50 से अधिक लोगों की
मौत हो चुकी है और
कई अन्य घायल हैं।
बचाव कार्य जारी
हैं और मृतकों
की संख्या बढ़ने
की आशंका है।
क्या हुआ?
लगभग 6:30
AM (स्थानीय समय) पर, तिब्बत
के पश्चिमी क्षेत्र
में 7.0 तीव्रता का भूकंप
आया। यह भूकंप
सिर्फ 10 किलोमीटर की गहराई
पर हुआ, जिससे
इमारतें गिर गईं और भूस्खलन
हुआ। नेपाल की
काठमांडू और उत्तर
भारत के कुछ हिस्सों में भी इसके झटके महसूस
किए गए।
भूकंप का एपिसेंटर
टिंगरी काउंटी के पास था, जो
ल्हासा से 380 किलोमीटर
दूर स्थित है
और इसे "एवरेस्ट का गेटवे" कहा
जाता है। चीन के भूकंप
निगरानी एजेंसी ने
भूकंप की तीव्रता
6.8 मापी, हालांकि इसका प्रभाव
अधिक व्यापक था।
आपातकालीन टीमों ने
बचे हुए लोगों
को निकालने के
लिए त्वरित कार्य
शुरू कर दिया।
प्रभाव
अब तक 53 लोग अपनी जान
गंवा चुके हैं
और 62 लोग घायल हुए
हैं। मृतकों की
संख्या बढ़ने की
संभावना है, क्योंकि
बचाव कार्य जारी
हैं। लाहत काउंटी
के शियात शहर
से प्राप्त फुटेज
में भूकंप के
दौरान इमारतों को
बुरी तरह हिलते
हुए और गिरते
हुए देखा गया,
जिससे लोग भयभीत
हो गए।
इस क्षेत्र की संवेदनशीलता क्यों
है?
यह क्षेत्र भारतीय और
यूरेशियाई टेक्टोनिक प्लेट्स के मिलन बिंदु पर
स्थित है, जो नियमित रूप
से टकराती रहती
हैं, जिससे यह
भूकंपों के लिए बेहद संवेदनशील
बनता है। पिछले
एक सदी में इस क्षेत्र
में कई बड़े भूकंप हो
चुके हैं, और हालिया भूकंपीय
गतिविधियों से यह
साफ है कि इस क्षेत्र
में भूकंपों का
खतरा हमेशा बना
रहता है।
बचाव कार्य जारी
बचाव दल प्रभावित
क्षेत्रों में मलबे
को हटाने, घायलों
को चिकित्सा सहायता
प्रदान करने और बचे हुए
लोगों को सुरक्षित
स्थानों पर पहुँचाने
के लिए काम कर रहे
हैं। इलाके की
कठिन भौगोलिक स्थिति
के कारण बचाव
कार्यों में चुनौतियाँ
आ रही हैं,
लेकिन नेपाल और
उत्तर भारत के अधिकारियों ने अपनी टीमें अलर्ट
कर दी हैं और मदद
पहुंचाने के लिए
कड़ी मेहनत कर
रहे हैं।
एक गंभीर चेतावनी
यह भूकंप-प्रवण
क्षेत्रों में रहने
वाले लोगों की
संवेदनशीलता को और
अधिक उजागर करता
है। हिमालयी क्षेत्र,
जहां भारतीय और
यूरेशियाई प्लेट्स की टेक्टोनिक
हलचल बहुत सक्रिय
रहती है, लगातार
भूकंपों का सामना
करता है। अधिकारियों
ने नागरिकों से
सतर्क रहने की अपील की
है, क्योंकि ऐसे
बड़े भूकंपों के
बाद आफ्टरशॉक्स आ
सकते हैं।
हमारी गहरी संवेदनाएँ
पीड़ितों और उनके
परिवारों के साथ
हैं। हम इस त्रासदी से प्रभावित
सभी लोगों के
साथ एकजुटता व्यक्त
करते हैं।
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