स्थान: प्रयागराज, महाकुंभ 2025
घटना: मौनी अमावस्या स्नान के दौरान भगदड़
क्या हुआ?
मौनी अमावस्या के दिन पवित्र स्नान के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु संगम नोज पर एकत्र हुए। अत्यधिक भीड़ के कारण रात 1:45 से 2:00 बजे के बीच भगदड़ मच गई, जिससे कई लोग घायल हो गए।
मुख्य कारण:
- अत्यधिक भीड़ का दबाव बढ़ने से अव्यवस्था फैल गई।
- बैरिकेडिंग गिरने के कारण भगदड़ मच गई।
- भगदड़ के दौरान कई लोग गिर पड़े और घायल हो गए।
- राहत और बचाव कार्य जारी है।
घायलों की स्थिति और प्रशासन की कार्रवाई
- घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
- एम्बुलेंस और चिकित्सा दल मौके पर मौजूद हैं।
- अब तक किसी भी श्रद्धालु की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
- श्रद्धालुओं से अपील की गई कि वे घबराएं नहीं और अफवाहों पर ध्यान न दें।
- भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आसपास के घाटों पर स्नान की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
- घटना के तुरंत बाद सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया और भीड़ नियंत्रण के उपाय लागू किए गए।
अखाड़ों का बड़ा फैसला
- स्थिति को देखते हुए शोभायात्रा स्थगित कर दी गई है।
- संत समाज अब सीमित संख्या में स्नान करेगा ताकि अव्यवस्था न हो।
सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम
- प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित किया गया।
- प्रमुख मार्गों पर यातायात को सीमित किया गया।
- श्रद्धालुओं को अन्य घाटों पर स्नान के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
- ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है।
श्रद्धालुओं की संख्या और आधिकारिक आंकड़े
- अब तक 3.61 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं।
- 28 जनवरी तक कुल 19.94 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल हुए हैं।
- आने
वाले दिनों में भी भारी भीड़
की संभावना है, इसलिए प्रशासन सतर्क है।
श्रद्धालुओं के लिए ज़रूरी अपील
- भीड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
- अगर संगम नोज पर बहुत भीड़ हो, तो अन्य घाटों पर स्नान करें।
- प्रशासन और सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें।
- अफवाहों पर ध्यान न दें और सही जानकारी ही साझा करें।
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