Donald Trump's Deportation Policy.डोनाल्ड ट्रंप की डिपोर्टेशन नीति: 100+ भारतीयों की घर वापसी, क्या यह नया ट्रेंड है?
डोनाल्ड ट्रंप की डिपोर्टेशन नीति: 100+ भारतीयों की घर वापसी, क्या यह नया ट्रेंड है?
अमेरिका ने पहली बार 100 से ज्यादा भारतीयों को सैन्य विमान से डिपोर्ट किया। जानिए इस डिपोर्टेशन ड्राइव के पीछे की वजह और इसका असर।
![]() |
अमेरिका से डिपोर्ट हुए 100+ भारतीय अमृतसर पहुंचे। |
क्या ट्रंप प्रशासन भारतीय प्रवासियों के खिलाफ सख्त हो रहा है?
क्या अमेरिका अब अवैध प्रवासियों के खिलाफ और सख्त हो गया है? हाल ही में, अमेरिकी सरकार ने पहली बार 100+ भारतीयों को सैन्य विमान से डिपोर्ट किया। यह सिर्फ एक शुरुआत है या आगे और भी सख्ती बढ़ेगी? आइए जानते हैं इस फैसले का पूरा असर!
कैसे किया गया डिपोर्टेशन?
अमृतसर (पंजाब) के श्री गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर C-17 ग्लोबमास्टर सैन्य विमान उतरा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह डिपोर्टेशन नीति का एक अहम पड़ाव है और ट्रंप प्रशासन इसे एक "मजबूत संदेश" के रूप में दिखा रहा है।
कौन थे ये प्रवासी?
- कुल
प्रवासी:
104
- पुरुष:
79
- महिलाएं:
25
- नाबालिग:
12
कहां से थे ये प्रवासी?
- गुजरात:
33
- हरियाणा:
33
- पंजाब:
30
- उत्तर
प्रदेश:
2
- महाराष्ट्र:
3
- चंडीगढ़:
2
- अज्ञात:
1
भारत में कैसा रहा स्वागत?
भारत में इन प्रवासियों का सम्मानजनक तरीके से स्वागत किया गया। अमृतसर एयरपोर्ट पर:
- मेडिकल
चेकअप की व्यवस्था की
गई।
- खाने-पीने का इंतजाम किया
गया।
- जिनका
कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला, उन्हें उनके घर भेजने की
तैयारी की गई।
एक अधिकारी ने बताया कि ऐसा लग रहा था जैसे इन्होंने लंबे समय से अच्छा खाना नहीं खाया था।
ये प्रवासी अमेरिका कैसे पहुंचे?
इन प्रवासियों ने या तो अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश किया या वीजा अवधि समाप्त होने के बावजूद वहीं रुके रहे। अब भारतीय प्रशासन यह जांच कर रहा है:
- क्या
मानव तस्करी (Human Trafficking)
इसमें शामिल थी?
- किस
माध्यम से वे अमेरिका
पहुंचे?
- किसने
उनकी मदद की?
क्या आगे भी ऐसे ही लौटाए जाएंगे प्रवासी?
भारत हर साल अमेरिका से अपने नागरिकों को वापस लेता है। 2023 में भी 1,000+ भारतीयों को डिपोर्ट किया गया था, लेकिन तब चार्टर या कमर्शियल फ्लाइट्स का उपयोग किया गया था।
इस बार, C-17 ग्लोबमास्टर सैन्य विमान से डिपोर्ट करना ट्रंप प्रशासन की एक नई रणनीति है। लेकिन, यह तरीका महंगा है और हो सकता है कि ट्रंप प्रशासन जल्द ही चार्टर फ्लाइट्स पर लौट आए।
निष्कर्ष
- अमेरिका
की सख्त आव्रजन नीति भारतीय प्रवासियों को प्रभावित कर
रही है
- भारत
ने संयम और सहानुभूति के
साथ इन प्रवासियों को
स्वीकार किया है
- भविष्य
में और डिपोर्टेशन संभव
हैं, लेकिन उनका तरीका अलग हो सकता है।
आपकी राय क्या है?
क्या आपको लगता है कि ट्रंप की डिपोर्टेशन नीति सही है? अपनी राय कमेंट में बताएं!
Comments
Post a Comment